मॉब लिंचिंग में सुलेमान नामक मुस्लिम युवक की मौत
एकता संगठन का तीव्र विरोध, प्रशासन और नेताओं की चुप्पी पर सवाल?
घटना के 3 दिन बाद भी पुलिस पटेल, सरपंच और मंत्री गिरीश महाजन ने नहीं दी पीड़ित परिवार को सांत्वना;
अल्पसंख्यक समाज की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग
जामनेर तहसील के बेटावद गाव में एक सुलेमान पठाण, २१ वर्षीय मुस्लिम युवक की दुखद मृत्यु मॉब लिंचिंग की अमानवीय घटना में हुई। इस घटना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश और भय का माहौल है।
मृतक परिवार से मुलाकात और हम आपके साथ है का धाडस
एकता संगठन के समन्वयक फारुक शेख के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज मृतक युवक के गांव जाकर परिजनों से दो घंटे मुलाकात की, उन्हें सांत्वना दी, धैर्य बनाए रखने की अपील की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। साथही मौलाना उसामा ने भी कुरान की रौशनीमे सब्र का मतलब समझाया.
अफसोस, इन्सानियत भी जिंदा नही रही...
एकता संगठन ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। विशेष रूप से, घटना को तीन दिन बीत जाने के बावजूद गांव के पुलिस पटेल और सरपंच ने पीड़ित परिवार से मुलाकात नहीं की है। साथ ही, महाराष्ट्र के "संकट मोचक" कहे जाने वाले और इसी क्षेत्र से विधायक व मंत्री गिरीश महाजन ने भी अब तक पीड़ित परिवार से मुलाकात नहीं की और न ही यह बयान दिया कि आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
अपील
फारूक शेख ने कहा, "महाराष्ट्र राज्य में इस तरह की घटनाएं बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। इसके लिए प्रशासन और सभी राजनीतिक दलों को ठोस भूमिका निभानी होगी। अल्पसंख्यक समाज की सुरक्षा के लिए तुरंत ठोस उपाय और प्रयास करना बेहद जरूरी है।"
संगठन ने नागरिकों से शांति, भाईचारा और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है, साथ ही नफरत और हिंसा फैलाने वाली ताकतों का विरोध करने का आह्वान किया है।
प्रतिनिधी मंडळ मे इनकी थी उपस्थिती
फारुक शेख, हाफिझ रहीम पटेल, मौलाना उसामा फलाही, मतीन पटेल, अनिस शहा, अनवर सिकलगर, कासिम उमर, अतिक अहमद, आरिफ अजमल, (सभी जलगाव एकता संघटन) कौमी एकता संघटन के कुर्बान शेख (फैजपूर) इरफान शेठ (चिनावल) अजगर शेख, (सावदा) जावेद जनाब (मारुळ) और पाहिले दिनसे पीडित परिवार का साथ देनेवाले जावेद मुल्लाजी, अशफाक पटेल आसिफ शेख, जुबेर शेख,शकील मुसा, उमर सैयद (जामनेर) आदी की प्रमुख उपस्थिती थी.
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