बोकारो के गोमिया प्रखंड के इरफान भाटी को गूगल लंदन की ओर से 1 करोड़ 20 लाख का पैकेज मिला है. जहां इरफान 29 अगस्त से गूगल लंदन के रिसर्च टीम के जुड़कर कार्यभार संभालेंगे. इरफान सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. इससे पूर्व वह गूगल इंडिया में कार्यरत थे.
इरफान ने अपनी शुरुआती पढ़ाई वर्ष 2014 में पिट्स मॉडर्न पब्लिक स्कूल गोमिया से पूरी की. फिर उन्होंने 2019 में पश्चिम बंगाल के हल्दिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया. बायजूस और फ्लिपकार्ट जैसे प्रतिष्ठित कंपनियों में भी वह काम कर चुके हैं.
बचपन में खुद से बना लिया था सॉफ्टवेयर
लोकल 18 से खास बातचीत में इरफान ने बताया कि कंप्यूटर को लेकर उनकी रुचि बचपन से थी. उन्होंने कक्षा 10वीं में ही खुद से सीखकर मोबाइल एप्लीकेशन तैयार कर लिया था. तभी उनके मन में सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की इच्छा जागी और उसी दिन से उन्होंने कठिन मेहनत करना शुरू कर दिया. सफल इंजीनियर बनने की इच्छा रखने वाले नौजवानों को इरफान ने सलाह दी है कि आज के आधुनिक युग में सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में बहुत सी संभावना है. जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लाकचेन और वेबसाइट के क्षेत्र में युवा काम कर अपना करियर बना सकते हैं.
मां-पिता को श्रेय
अपने पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में जिक्र करते हुए इरफान ने बताया कि वह साधारण परिवार से हैं. उनके पिता अब्दुल कादिर स्क्रैप ट्रांसपोर्टेशन से जुड़ा बिजनेस करते हैं. पिता ने काफी मेहनत से उनकी पढ़ाई कराई है. इरफान ने अपनी सफलता का श्रेय पिता अब्दुल कादिर और स्वर्गीय मां रुखसाना खातून को दिया है, जिन्होंने हर कदम पर उन्हें प्रोत्साहित किया.
बेटे ने नाम किया रोशन
वहीं इरफान की कामयाबी पर उनके पिता अब्दुल कादिर ने बताया उन्हें बहुत ही गौरवान्वित महसूस हो रहा है कि उनके बेटे ने अपनी मेहनत और लगन के दम पर सफलता प्राप्त की है. वह इसी तरह मेहनत करें और आगे बढ़ें. कहा कि उनके लिए इरफान ने दुनिया जीत ली.